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भारत के TOP 10 बिजनेसमैन और उनका नेटवर्थ (दिसंबर 2023 तक)

मुंबई की सुबह अरब सागर की लहरों की तरह ही उबल रही थी। ट्रेडिंग फ्लोर का शोर आकाश को छू रहा था, जहां हर्ष, एक महत्वाकांक्षी युवा, बाजार के उतार-चढ़ाव की लय को पकड़ने की कोशिश में लगा हुआ था। उसकी आंखों के सामने भारत के शीर्ष 10 बिजनेसमैन के नेटवर्थ टिकर टेप की तरह दौड़ रहे थे। मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, राधाकिशन दमानी – ये नाम उसके दिमाग में महल खड़े कर रहे थे।

हर्ष अपनी चायपत्ती फैंकते हुए सोचता, “एक दिन मेरा नाम भी इस ऊंचाइयों पर होगा। वो करोड़ों नहीं, खरबों में खेलेगा।” यह सपना उसे बचपन से ही था, उस छोटे कस्बे से, जहां दाल-रोटी की गंध हवा में घुलती थी और पिताजी की किराने की दुकान की कलरव उसके पालने का गीत था।

लेकिन हकीकत अलग थी। उसकी जेब में हवा, बैंक अकाउंट में शून्य और हाथ में एक इंजीनियरिंग की डिग्री। फिर भी, हर्ष का हौसला अटूट था। वो जानता था, पहाड़ों की चोटी पर पहुंचने के लिए घाटियों को पार करना ही पड़ता है।

उसने छोटे कारोबारों को कंसल्ट करना शुरू किया। दिन-रात मेहनत, रातों की जागकर रणनीति बनाने, दिमाग पचाने वाले डेटा का विश्लेषण – यही उसकी दिनचर्या बन गई। धीरे-धीरे, उसकी मेहनत का फल मिलने लगा। छोटे कारोबार उसके सलाह को मानकर सफल होने लगे। उसका नाम बाजार में फैलने लगा।

एक दिन, मुंबई के एक दिग्गज उद्योगपति की कंपनी उसकी तरफ बढ़ी। वो चाहते थे कि हर्ष अपनी जादुई छड़ी उन्हीं के बिजनेस पर चलाए। हर्ष ने झट से हांथ नहीं मिलाया। उसने उनके बिजनेस का बारीकी से अध्ययन किया, कमजोरियां पकड़ीं और मजबूत रणनीति बनाई।

कुछ महीनों में ही अदभुत हुआ। उस दिग्गज कंपनी के शेयर आसमान छूने लगे। हर्ष सबके हीरो बन गया। उसकी कंसल्टिंग फीस आसमान छूने लगी। वो मध्यम वर्ग से ऊपर उठकर करोड़पतियों की लीग में पहुंच ही गया।

लेकिन असली जीत तो उसके अंदर थी। उसे महसूस हुआ कि खरबों कमाने से ज्यादा बड़ी बात है एक सपने को जुनून से जीना, पहाड़ों की चोटी पर चढ़ना, और सबसे बड़ी बात, हार का स्वाद चखते हुए भी हौसला न हारना।

आज, हर्ष भारत के बड़े उद्योगपतियों के साथ उसी सूची में बैठता है। उसका सफर किसी परीकथा से कम नहीं है, जो बतलाता है कि जुनून, कड़ी मेहनत और जमीन से जुड़े रहने से असंभव भी संभव हो सकता है। हर्ष की कहानी भारत के लाखों युवाओं को यह सपना दिखाती है कि वो भी बुलंदियां छू सकते हैं, हवा में नहीं, हकीकत में।

भारत के शीर्ष 10 बिजनेसमैन और उनका नेटवर्थ (दिसंबर 2023 तक):

  1. मुकेश अंबानी (Reliance Industries) – $94.3 बिलियन
  2. गौतम अडानी (Adani Group) – $72.2 बिलियन
  3. शिव नादर (HCL Technologies) – $31.2 बिलियन
  4. सावित्री जिंदल (OP Jindal Group) – $29.0 बिलियन
  5. राधाकिशन दमानी (Avenue Supermarts) – $23.0 बिलियन
  6. साइरस पूनावाला (Serum Institute of India) – $20.7 बिलियन
  7. हिंदुजा परिवार (Ashok Leyland) – $20.0 बिलियन
  8. दिलीप शांघवी (Sun Pharmaceuticals) – $19.0 बिलियन
  9. कुमार बिड़ला (Aditya Birla Group) – $17.5 बिलियन
  10. शपूर मिस्त्री और परिवार (Shapoorji Pallonji Group) – $16.9 बिलियन

ध्यान देने योग्य बातें:

  • यह सूची फोर्ब्स के अनुसार दिसंबर 2023 तक की है।
  • नेटवर्थ का आंकलन वास्तविक समय में बदल सकता है।
  • सूची में केवल भारतीय मूल या राष्ट्रीयता वाले व्यापारियों को शामिल किया गया है।

कृपया बताएं कि क्या आप इन व्यक्तियों और उनके व्यवसायों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं। मुझे किसी विशिष्ट व्यक्ति के बारे में जानकारी प्रदान करने में खुशी होगी।

TOP 10 क्रिप्टोकरेंसी के जन्म वर्ष and नाम

एक समय था, पहाड़ों में छिपे खजाने की कहानियां बुनती थीं। आज, हवाओं में डिजिटल सिक्कों के किस्से घूमते हैं – क्रिप्टोकरेंसी! ये सिक्के असल नहीं, नोटों या सिक्कों जैसे नहीं, बल्कि कंप्यूटर कोड की जटिल पहेलियों से बने होते हैं। सोचिए, एक ऐसा तिजोरी जिसे गणित के जादू से बंद किया गया हो, और उसकी चाबी छिपी हो इंटरनेट की अथाह गहराइयों में!

रवि, उज्ज्वल दिमाग का एक युवा, क्रिप्टो की चमक से खींचा चला आया। उसने रातें गुजारकर ब्लॉकचेन की गलियों में भटका, जटिल कोड के जंगल में रास्ता ढूंढा। धीरे-धीरे, उसे समझ आया कि क्रिप्टो सिर्फ पैसे नहीं, बल्कि क्रांति का बीज है। एक ऐसी दुनिया की कल्पना कीजिए जहां पैसा नहीं, सुरक्षित कूट किसी को भी ताकत देता है!

लेकिन क्रिप्टो की दुनिया सिर्फ रोमांच नहीं, खतरों से भी भरी है। झूठे वादों के जाल बिछाते स्कैमर्स, कीमतों का अनिश्चित उछाल-पटआ, ये कुछ चुनौतियां हैं जिनसे रवि को निपटना था। उसने सीखा, धैर्य से बढ़ना है, जल्दबाजी नहीं करनी। हर कोड को परखना है, सपने देखने के साथ-साथ जमीन पर भी टिके रहना है।

रवि की कहानी, लाखों की कहानी बनने लगी। भारत के गांवों और शहरों में, युवाओं की आंखों में क्रिप्टो की चमक दिखाई देने लगी। वे बिट्स और ब्लॉक्स सीखने लगे, डिजिटल अर्थव्यवस्था का भविष्य गढ़ने लगे।

क्या क्रिप्टो असली खजाना है, या हवा में तैरता सपना? यह कहानी अभी लिखी जा रही है, हर कीबोर्ड की क्लिक के साथ, हर कोड के साथ। रवि जैसे अनगिनत साहसी लोग इसमें दिल लगाए हुए हैं, जो जानते हैं कि भविष्य का रास्ता सिर्फ कोड पर नहीं, सपनों की ताकत पर भी तय होता है।

तो, क्रिप्टो की कहानी अभी अधूरी है, पहाड़ों में छिपे खजाने की तरह ही रोमांचक और रहस्यमय। क्या आप भी इस कहानी का हिस्सा बनेंगे? क्या आप कोड ढूंढेंगे, चुनौतियों से पार पाएंगे, और डिजिटल दुनिया का खजाना पाएंगे?

शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी के जन्म वर्ष:

  1. बिटकॉइन (BTC) – 2009 (डिजिटल सोना, सर्वप्रथम क्रिप्टोकरेंसी)
  2. एथेरियम (ETH) – 2015 (स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट, विकेन्द्रीकृत अनुप्रयोगों का निर्माण)
  3. बिनेंस कॉइन (BNB) – 2017 (बिनेंस एक्सचेंज का यूटिलिटी टोकन, विविध पारिस्थितिकी तंत्र)
  4. कार्डानो (ADA) – 2017 (स्केलेबिलिटी, स्थिरता, परस्पर क्रियाशीलता पर ध्यान)
  5. सोलाना (SOL) – 2019 (उच्च थ्रूपुट, कम ट्रांजेक्शन शुल्क, डीएपी लोकप्रियता)
  6. रिपल (XRP) – 2012 (त्वरित, कम लागत वाले अंतरराष्ट्रीय धन अंतरण, बैंकों और वित्तीय संस्थानों में उपयोग)
  7. पोल्काडॉट (DOT) – 2016 (विभिन्न ब्लॉकचेन के बीच सुरक्षित डाटा और मूल्य स्थानांतरण, परस्पर क्रियाशीलता पर जोर)
  8. डॉगकोइन (DOGE) – 2013 (मीम सिक्का, सक्रिय समुदाय, कम लेनदेन शुल्क)
  9. एवालांच (AVAX) – 2018 (विकेन्द्रीकृत अनुप्रयोग और ब्लॉकचेन नेटवर्क निर्माण मंच)
  10. चेनलिंक (LINK) – 2017 (विकेन्द्रीकृत ओरेकल नेटवर्क, एथेरियम स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का बाहरी डेटा स्रोतों से सुरक्षित संपर्क)

रिलायंस का अगला कदम: मुकेश अंबानी की मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया हिलाने की रणनीति का पर्दाफाश!

रिलायंस और डिज्नी का मीडिया और एंटरटेनमेंट में तूफान लाने का प्लान

भारत के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने टेलिकॉम के बाद अब मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में तहलका मचाने की तैयारी कर ली है। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एंटरटेनमेंट सेक्टर की दिग्गज कंपनी वॉल्ट डिज्नी के साथ एक नॉन-बाइंडिंग डील की है। इस डील के तहत दोनों कंपनियां अपने भारतीय ऑपरेशन्स को मिलाकर एक नई कंपनी बनाएंगे। इस नई कंपनी में रिलायंस की 51 फीसदी और डिज्नी की 49 फीसदी हिस्सेदारी होगी।

डील की प्रमुख बातें:

  • डील में स्टार इंडिया और वायकॉम18 का सारा ऑपरेशन शामिल है।
  • इसमें 77 चैनल, दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और एक ओटीटी प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
  • डील के फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद है।

डील का महत्व:

यह डील भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक बड़ी घटना है। इस डील के बाद भारत में सबसे बड़ी मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी बनेगी। इस कंपनी के पास 115 चैनल, दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और एक ओटीटी प्लेटफॉर्म होगा। यह कंपनी देश में मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत करेगी।

इस डील के मुताबिक, रिलायंस और डिज्नी दोनों कंपनियां मिलकर भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस में एक बड़ा खिलाड़ी बनने का प्लान बना रही हैं। इस मर्जर में स्टार इंडिया और वायकॉम18 का सम्मिलन होगा, जिससे एक नई कंपनी का निर्माण होगा। इस मर्जर में रिलायंस की हिस्सेदारी 51% होगी, जबकि डिज्नी की हिस्सेदारी 49% होगी। इस डील का पूरा होने का अनुमान फरवरी तक है, लेकिन रिलायंस इसे जनवरी के अंत तक पूरा करना चाहती है।

डील के अनुसार, दोनों कंपनियां मिलकर भारत में सबसे बड़ी मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी बनाने का प्लान बना रही हैं। इस मर्जर में स्टार इंडिया और वायकॉम18 के सभी ऑपरेशन शामिल होंगे, जिनमें बड़ी संख्या में चैनल्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स शामिल हैं। इसके अलावा, डिज्नी प्लस, हॉटस्टार, और जियो सिनेमा जैसे प्रमुख स्ट्रीमिंग सेवाएं भी इस मर्जर का हिस्सा बनेंगी।

इस मर्जर का मुख्य उद्देश्य दोनों कंपनियों को भारतीय मीडिया इंडस्ट्री में एक बड़ा और प्रभावशाली खिलाड़ी बनाना है, जिससे वे अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुँच सकें और इस सेक्टर में अपनी गहरी निगाहें बनाए रख सकें।

डील के संभावित प्रभाव:

यह डील भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर कई तरह के प्रभाव डाल सकती है। इस डील के बाद भारत में मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इस डील से भारतीय दर्शकों को बेहतर सामग्री और सेवाएं मिलने की उम्मीद है।

इस मर्जर के बारे में बहुत से सूत्रों के मुताबिक, डील का समर्थन करने वाले लोगों में रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी और डिज्नी के उच्च अधिकारी शामिल हैं। इसके लिए लंदन में एक बैठक भी हुई, जिसमें डिज्नी के एडवाइजर केविन मेयर और रिलायंस इंडस्ट्रीज के एडवाइजर मनोज मोदी भी शामिल थे।

डील के लिए चुनौतियां:

इस मर्जर का पूरा होने के बाद, नई कंपनी बाजार में मजबूती से प्रवेश करेगी और इसे स्थिति बनाए रखने में सफल रह सकती है। इससे भारतीय मीडिया सेक्टर में एक नई टायर की ऊर्जा आ सकती है, जिससे सभी संबंधित उद्यम और उपभोक्ताओं को बड़ा और बेहतर निष्कर्ष साझा करने का एक मंच मिलेगा।

यह डील अभी भी नॉन-बाइंडिंग है, इसलिए इसे पूरा होने में अभी कुछ समय लग सकता है। इसके अलावा, इस डील को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से भी मंजूरी लेनी होगी।

इस नॉन-बाइंडिंग डील से रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर अपने उद्यमी और स्ट्रेटेजीक कार्यों में एक नया चैप्टर खोला है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय मीडिया सेक्टर में एक नया दृष्टिकोण उत्पन्न हो सकता है, जो उद्यमिता, नवाचार, और दर्शकों के बीच सकारात्मक परिवर्तन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

रिलायंस और डिज्नी की यह डील भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह डील भारतीय दर्शकों के लिए बेहतर सामग्री और सेवाओं के अवसर पैदा कर सकती है।

विश्व के पहले DeFi ETF के लॉन्च के साथ विकेंद्रीकृत वित्त क्षेत्र गर्म हो गया है

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इस महीने दुनिया का पहला एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) लॉन्च होने के साथ, विकेन्द्रीकृत वित्त (डीएफआई) क्षेत्र लगातार गर्म हो रहा है। ब्राज़ीलियाई परिसंपत्ति प्रबंधक हैशडेक्स एक लॉन्च कर रहा है ईटीएफ फंड 12 डेफी टोकन को ट्रैक करने के लिए सीएफ बेंचमार्क के सहयोग से। हैशडेक्स डेफी इंडेक्स ईटीएफ को 17 फरवरी को ब्राजीलियाई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया जाएगा,

जिससे निवेशकों को डेफी क्षेत्र में परियोजनाओं की एक श्रृंखला को ट्रैक करने की अनुमति मिलेगी। पिछले वर्ष की तुलना में DeFi बाजार में जबरदस्त वृद्धि हुई है और यह 2021 में $80 बिलियन का बाजार बन गया है, 2022 में और अधिक वृद्धि की उम्मीद है। इस वृद्धि ने निवेशकों को आकर्षित किया है, जिससे इस क्षेत्र की कंपनियों को दीर्घकालिक विकास का एक बड़ा अवसर मिला है। डिजिटल मुद्राओं के बढ़ते चलन से लाभान्वित होने वाली कंपनियों में डेफी भी शामिल हैं

WonderFi Technologies Inc. (एनईओ: डब्ल्यूएनडीआर) (OTC:WONDF), मैराथन डिजिटल होल्डिंग्स, इंक. (NASDAQ:MARA), मोबिलम टेक्नोलॉजीज इंक. (CSE:MBLM) (OTC:MBLMF), वोयाजर डिजिटल (TSX:VOYG) (OTCQX:VYGVF), और हट 8 माइनिंग कार्पोरेशन (NASDAQ:HUT)।

अग्रणी प्रौद्योगिकी कंपनी WonderFi Technologies Inc. (एनईओ: डब्ल्यूएनडीआर) (OTC:WONDF) ने उभरते DeFi क्षेत्र में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना जारी रखा है। पिछले महीने, कंपनी की घोषणा की कनाडा के पहले स्वीकृत क्रिप्टो मार्केटप्लेस Bitbuy Technologies का अधिग्रहण और पहले से ही सकारात्मक परिणाम साझा कर रहा है। 2 फरवरी को, WonderFi घोषणा की कि, क्रिप्टो बाजारों में अस्थिरता और गिरावट के बावजूद, Bitbuy ने नई मासिक जमा और उच्च बाज़ार सिक्का मात्रा में वृद्धि हासिल की है।

Bitbuy ने दिसंबर 2021 की तुलना में जनवरी 2022 में Ethereum के लिए ट्रेडिंग वॉल्यूम में 29% की वृद्धि दर्ज की। Bitbuy ने दिसंबर 2021 में अपने प्लेटफ़ॉर्म पर अतिरिक्त सात सिक्के सूचीबद्ध किए, जिससे इन लिस्टिंग से नए मूल्य में अतिरिक्त $34 मिलियन का सृजन हुआ, और अतिरिक्त सूचीबद्ध करने की योजना है Q1 2022 में क्रिप्टो सिक्के।

ये नई ग्रोथ सपोर्ट करती है WonderFiBitbuy को प्राप्त करने के लिए थीसिस, क्योंकि एक्सचेंज मॉडल क्रिप्टो बाजार के प्रदर्शन से स्वतंत्र विविध राजस्व स्ट्रीम प्रदान करता है। के अनुसार WonderFiके सीईओ, बेन समारू, “बिटबाय जैसे प्लेटफ़ॉर्म बाज़ार की अस्थिरता के साथ पनपते हैं”।

जबकि जनवरी 2022 में व्यापक क्रिप्टो बाजारों में गिरावट आई, Bitbuy ने Q4 2021 बनाम Q3 में नए उपयोगकर्ता पंजीकरण में 58% की वृद्धि दर्ज करने के बाद, Bitbuy प्लेटफॉर्म के माध्यम से महीने के दौरान नई पूंजी के मजबूत प्रवाह का अनुभव करना जारी रखा।“बिटबाय के सीईओ माइकल अरबस ने कहा।

वंडरफाई, जिसे अल्मेडा रिसर्च और एफटीएक्स के सैम बैंकमैन-फ्राइड, शार्क टैंक के केविन ओ’लेरी और जेन-जेड प्रभावशाली और निवेशक जोश रिचर्ड्स जैसे रणनीतिक निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, ने पिछले हफ्ते ही वंडरफाई ऐप लॉन्च किया था। WonderFi ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता संपत्ति खरीद सकते हैं, ब्याज कमा सकते हैं और व्यापक एक्सपोज़र प्राप्त कर सकते हैं $80 बिलियन का DeFi बाज़ार.

के बारे में अधिक जानकारी के लिए WonderFi Technologies Inc. (एनईओ: डब्ल्यूएनडीआर) (OTC:WONDF).

क्रिप्टो कंपनियां बढ़ते क्रिप्टो और डेफी बाजारों से मूल्य प्राप्त करना जारी रखती हैं

अग्रणी बिटकॉइन स्व-खनन कंपनी मैराथन डिजिटल होल्डिंग्स, इंक. (NASDAQ:MARA) है नियुक्त आशु स्वामी मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी के रूप में। अपनी नियुक्ति के बाद, स्वामी देखरेख और विस्तार के लिए जिम्मेदार होंगे मैराथन का तकनीकी संचालन. वह यह सुनिश्चित करने के लिए भी जिम्मेदार होगा कि संगठन कठोर सुरक्षा उपायों को पूरा करता है। स्वामी के पास कोर साइंटिफिक (मुख्य उत्पाद अधिकारी के रूप में) और एपिफिनी (सीटीओ के रूप में) जैसी कंपनियों के साथ वर्षों तक काम करने का तकनीकी, नियामक और बाजार विशेषज्ञता का भरपूर अनुभव है। वह ब्लॉकचेन और डेफी परियोजनाओं में भी शामिल रहे हैं।

प्रौद्योगिकी-संचालित भुगतान सेवा प्रदाता (पीएसपी) मोबिलम टेक्नोलॉजीज इंक. (सीएसई:एमबीएलएम) (ओटीसी:एमबीएलएमएफ) डिजिटल भुगतान अवसंरचना और डिजिटल परिसंपत्ति प्रबंधन प्रौद्योगिकियों के माध्यम से पारंपरिक वित्त को सुलभ बनाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाना जारी रख रहा है। 19 जनवरी को कंपनी पर हस्ताक्षर किए अपनी ऑन-रैंप सेवाओं के साथ KEYS टोकन प्रदान करने के लिए एक समझौता। समझौते के तहत, मोबिलम KEYS को उपयोग में आसान फिएट-टू-क्रिप्टो गेटवे प्रदान करेगा, जो अपने उपयोगकर्ताओं को वीज़ा, मास्टरकार्ड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके KEYS टोकन खरीदने की क्षमता प्रदान करेगा, जो मोबिलम के उद्योग के अग्रणी ऑन-रैंप द्वारा संचालित है।

12 जनवरी को, वोयाजर डिजिटल (TSX:VOYG) (OTCQX:VYGVF)जो अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ते क्रिप्टो प्लेटफार्मों में से एक है, की घोषणा की टिम मुंड को अमेरिकी भुगतान बिक्री के प्रमुख के रूप में शामिल किया गया। नव निर्मित भूमिका में, मुंड बिक्री और बाजार में जाने की रणनीति के लिए जिम्मेदार होंगे मल्लाह’भुगतान समाधान. वह कंपनी की तकनीक को अपने भुगतान नेटवर्क और सिस्टम के साथ एकीकृत करने के लिए भुगतान सेवा प्रदाताओं (पीएसपी) और प्रमुख व्यापारियों के साथ ग्राहक पाइपलाइन का निर्माण भी करेगा।

हट 8 माइनिंग कार्पोरेशन (NASDAQ:HUT), उत्तरी अमेरिका की डिजिटल संपत्ति खनन कंपनियों में से एक, की घोषणा की टेरागो से डेटा सेंटर व्यवसाय हासिल करने की योजना है। समझौते में, झोपड़ी 8 खनन एक बार पूरा होने पर कनाडा भर में पांच डेटा केंद्रों का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे कंपनी उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग प्लेटफार्मों में अग्रणी बन जाएगी। इस अधिग्रहण से कंपनी को अपनी प्रोफ़ाइल और राजस्व में विविधता लाने में भी मदद मिलेगी। कंपनी लेनदेन के हिस्से के रूप में डेटा सेंटर व्यवसाय के साथ-साथ कर्मचारियों और ग्राहकों का अधिग्रहण करेगी।

जैसे-जैसे क्रिप्टो और डेफी बाजारों का विस्तार जारी है, कंपनियां पसंद कर रही हैं WonderFi उनके पास अपनी आय में विविधता लाने और क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से ग्राहकों और निवेशकों को मूल्य प्रदान करने का एक बड़ा अवसर है।

मुंबई से मनाली: ट्रैफिक जाम, ब्रेकडाउन ने क्रिसमस सप्ताहांत का उत्साह खराब कर दिया

ट्रैफिक जाम मनाली मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे
लंबे ट्रैफिक जाम और वाहन खराब होने के कारण मनाली जैसी जगहों पर जाने वाले पर्यटकों या सप्ताहांत में मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे लेने वाले पर्यटकों के लिए क्रिसमस सप्ताहांत एक दुःस्वप्न बन गया।

हिमाचल प्रदेश सरकार के अनुमान के मुताबिक, मनाली और अन्य लोकप्रिय स्थलों पर क्रिसमस मनाने के लिए लाखों पर्यटक राज्य में आए हैं। पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण मनाली या शिमला की ओर जाने वाली सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। हजारों पर्यटक घंटों जाम में फंसे दिखे. जबकि मनाली में इस साल बर्फ रहित क्रिसमस देखा गया, अधिकांश पर्यटक अटल सुरंग और उससे आगे की ओर जा रहे हैं, जिससे रास्ते में यातायात जाम हो गया है।

हिमाचल प्रदेश में पुलिस यातायात की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है, खासकर पहाड़ियों के ऊंचे इलाकों में जहां इस साल बर्फ और काली बर्फ के कारण कई दुर्घटनाएं हुई हैं। संजय कुंडू, डीजीपी के अनुसार, “लाहौल स्पीति और कुल्लू दोनों जिलों का स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल लगभग माइनस 12 डिग्री तापमान में यातायात को सुचारू रूप से प्रबंधित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए 24×7 काम कर रहे हैं कि हर कोई अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच जाए। कुल्लू पुलिस ने यह भी कहा कि वे सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से कड़ी निगरानी रख रहे हैं। इसने कहा, “कुल्लू पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात काम कर रही है कि पर्यटकों की यात्रा सुरक्षित हो, खासकर शाम के समय सड़क पर फिसलन की स्थिति को देखते हुए।” बर्फ़ और काली बर्फ़।”

इस बीच, सप्ताहांत में मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर जाने वाले यात्रियों और छुट्टियों पर जाने वाले लोगों को भी लंबे ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। लोनावला और खंडाला के पास हाईवे पर हजारों गाड़ियां फंसी रहीं. ईंधन टैंक खाली हो जाने के कारण कई कारें खराब हो गईं, जिससे राजमार्ग पर यातायात की स्थिति खराब हो गई। जगह-जगह जाम 10 किलोमीटर तक लग गया। कुछ निवासियों ने कहा कि यातायात की भीड़ के कारण 15 मिनट की यात्रा में भी 1 घंटा 15 मिनट लग गए।

ये भी पढ़ें: दिल्ली में एक बार फिर BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल कारों पर प्रतिबंध – आपको जो कुछ पता होना चाहिए

चेन्नई में भी यात्रियों को कोयम्बेडु और अन्ना नगर जैसे इलाकों में लंबे ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। शहर में वाहनों की धीमी गति के कारण क्रिसमस मनाने के लिए घर जा रहे लोग जाम में फंस गए। बेंगलुरु में भी सप्ताहांत में भारी भीड़ देखी गई, जिससे लंबे समय तक ट्रैफिक जाम रहा। भीड़ ज्यादातर राजाजीनगर में ओरियन मॉल, महादेवपुरा में फीनिक्स मार्केटसिटी और बयातारायणपुरा में फीनिक्स मॉल ऑफ एशिया के पास देखी गई। ट्रैफ़िक की भारी भीड़ के कारण इनमें से कुछ मॉल में प्रवेश करने में कुछ लोगों को लगभग 90 मिनट लग गए।

आगामी नए साल के सप्ताहांत के दौरान इसी तरह की यातायात अराजकता की आशंका को देखते हुए, बड़े शहरों और पर्यटन स्थलों की पुलिस चुनौती के लिए तैयार हो रही है। पुलिस यातायात सलाह जारी कर रही है और साथ ही पर्यटकों और नियमित यात्रियों को भी सतर्क कर रही है।

प्रथम प्रकाशन तिथि: 25 दिसंबर 2023, 12:02 अपराह्न IST

31 दिसंबर की समय सीमा चेतावनी! यदि आप अपने एमएफ, डीमैट खातों में नामांकित व्यक्ति जोड़ने में विफल रहते हैं तो क्या होगा?

क्या आप स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं? यदि आप शेयरों में निवेश करते हैं, तो आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए। खैर, यह जानकारी सभी एमएफ और डीमैट खाताधारकों के लिए है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नामांकित व्यक्ति को जोड़ना या बाहर निकलना अनिवार्य कर दिया है। 31 दिसंबर म्यूचुअल फंड और डीमैट अकाउंट के नॉमिनी जोड़ने का आखिरी दिन है! इन महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए आपके पास केवल छह दिन बचे हैं। सेबी ने पहले कहा था कि लाभार्थी को नामांकित करने का आदेश नए और मौजूदा निवेशकों पर लागू होता है।

यदि आप दी गई समय सीमा तक अपने एमएफ, डीमैट खातों में नामांकित व्यक्ति को जोड़ने में विफल रहते हैं तो क्या होगा?

बाजार नियामक ने कहा कि समय सीमा का पालन करने में विफल रहने पर खाते और फोलियो जब्त कर लिए जाएंगे।

“अपने लिए नामांकित व्यक्ति नियुक्त करने में लापरवाही कर रहे हैं म्यूचुअल फंड और डीमैट खाता आज के अस्थिर वित्तीय बाजारों में बिना कंपास के अज्ञात समुद्र में तैरने के बराबर है। किसी उम्मीदवार का नाम न बताने से अस्पष्टता बढ़ जाती है, जिससे शायद आपकी वित्तीय विरासत अधर में लटक जाती है। किसी नामांकित व्यक्ति को पहले से नियुक्त करना केवल एक बुद्धिमानीपूर्ण निर्णय नहीं है; शेयर इंडिया फिनकैप के कार्यकारी निदेशक अगम गुप्ता ने कहा, “यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए आपके वित्तीय हितों की रक्षा करते हुए, परिसंपत्तियों के सुचारू हस्तांतरण को सुनिश्चित करने के लिए एक रणनीतिक कदम है।”

अपने डीमैट खाते में नामांकित व्यक्ति को जोड़ने का तरीका यहां बताया गया है

-एनएसडीएल के पोर्टल पर जाएं, nsdl.co.in

-होमपेज पर ‘नॉमिनेट ऑनलाइन’ विकल्प पर क्लिक करें

-एक नया पेज खुलेगा और आपसे डीपी आईडी, क्लाइंट आईडी, पैन और ओटीपी मांगा जाएगा

-विवरण दर्ज करने के बाद, आपको दो विकल्प दिखाई देंगे: ‘मैं नामांकन करना चाहता हूं’ और ‘मैं नामांकन नहीं करना चाहता’।

-जब आप एक नामांकित व्यक्ति को जोड़ने का विकल्प चुनते हैं, तो एक नया पेज खुलेगा जिसमें नामांकित व्यक्ति का विवरण मांगा जाएगा।

-आधार का उपयोग करके ई-साइन करें। यूआईडीएआई के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी।

-म्यूचुअल फंड के लिए नामांकन निवेश शुरू करते समय या उसके बाद भी किया जा सकता है।

-म्यूचुअल फंड नामांकन को ऑनलाइन अपडेट करने के लिए, किसी को म्यूचुअल फंड हाउस के आधिकारिक वेब पोर्टल या एनएसडीएल वेबसाइट पर जाना होगा।

-म्यूचुअल फंड में नॉमिनी के तौर पर अधिकतम 3 लोगों को जोड़ा जा सकता है.

-नॉमिनेशन के वक्त आप यह भी बता सकते हैं कि हर नॉमिनी को कितना हिस्सा देना है.

-नामांकन फॉर्म पर सभी यूनिट धारकों के हस्ताक्षर होने चाहिए.

-यदि आपने डीमैट खाते के माध्यम से किसी फंड में निवेश किया है और यूनिटें डिपॉजिटरी के पास हैं, तो यूनिट धारक द्वारा डिपॉजिटरी के पास जमा किया गया नामांकन विवरण म्यूचुअल फंड होल्डिंग पर भी लागू होगा।

अस्वीकरण: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच कर लें।

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प्रकाशित: 25 दिसंबर 2023, 01:37 अपराह्न IST

Jawa-Yezdi ने सर्दियों में बाइक राइडर्स को मोटिवेट करने के लिए निकाला खास ऑफर, एक महीने के लिए फ्री फ्यूल

Jawa-Yezdi ने सर्दियों में बाइक राइडर्स को मोटिवेट करने के लिए निकाला खास ऑफर, 1 महीने के लिए फ्री फ्यूल

सर्दियों का मौसम आते ही बाइक राइडिंग कम हो जाती है। ऐसे में भारतीय मोटरसाइकिल कंपनी Jawa-Yezdi ने सर्दियों में बाइक राइडर्स को मोटिवेट करने के लिए एक खास ऑफर निकाला है।

कंपनी का ऑफर

Jawa-Yezdi अपने नए कैंपेन ‘कीप राइडिंग’ (Keep Riding) के तहत नए कस्टमर्स को पहले महीने के लिए फ्री फ्यूल ऑफर कर रही है। कंपनी का यह स्पेशल ऑफर केवल ब्रैंड-न्यू Yezdi Roadster या फिर Jawa 42 के लिए है। यह ऑफर साल के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर 2023 के साथ खत्म हो जाएगा।

एक्स्ट्रा बेनिफिट्स

अपने इस स्पेशल ऑफर के तहत Jawa-Yezdi इस महीने के अंत तक Yezdi Roadster या Jawa 42 वेरिएंट की बुकिंग और डिलीवरी लेने वाले सभी कस्मटर्स को फ्री फ्यूल (Free Fuel) डील की पेशकश कर रही है। इसके साथ ही अपने ‘कीप राइडिंग’ कैंपेन के जरिए कंपनी 30,000 रुपए तक के एक्स्ट्रा बेनिफिट्स भी ऑफर कर रही है। इन बेनिफिट्स में चार साल या 50,000 किलोमीटर की कॉम्प्लीमेंटरी एक्सटेंडेड वारंटी, 10,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस के साथ स्पेशल राइडिंग गियर और टूरिंग एक्सेसरीज पर 50 फीसदी की छूट शामिल है।

New Jawa 42 Bobber - 5 things to know - Bike News | The Financial Express

कंपनी की कीमत

साल के अंत में स्टॉक क्लियर करने के लिए बाकी कंपनियों की तरह Jawa-Yezdi भी अपने कस्मटर्स को स्पेशल ऑफर्स दे रही है। कंपनी के इन आकर्षक ऑफर्स का फायदा कस्टमर्स ब्रांड के डीलरशिप स्टोर्स पर उठा सकते हैं। यह अपने रिटेल स्टोर्स पर Jawa 42, 42 Bobber, Perak और Roadster बेचती है। जबकि Yezdi Roadster, Scrambler और Adventure पेश करती है। Yezdi Roadster की कीमत 2.09 लाख रुपए और Jawa 42 की कीमत 1.98 लाख रुपए है।

मेगा सर्विस कैंप

इसके अलावा Jawa-Yezdi हैदराबाद, बेंगलुरु, कोचीन, चेन्नई और कालीकट सहित देश भर के कुछ शहरों में ‘मेगा सर्विस कैंप’ भी आयोजित कर रही है। इस सर्विस कैंप में मोटरबाइक चेक-अप, एक्सटेंडेड वारंटी ऑफर, एक्सचेंज और बायबैक इवोल्यूशन जैसे बेनिफिट्स मिलेंगे। इसके साथ ही इसमें साल 2019 और 2020 मॉडल्स की सर्विसिंग के लिए भी एक सीरीज शामिल होगी। यही नहीं मोटरसाइकिलों की जांच के आधार पर कस्टमर्स फ्री एक्सटेंडेड वारंटी के लिए भी एलिजिबल हो सकते हैं।

Jawa-Yezdi का यह ऑफर सर्दियों में बाइक राइडिंग को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छा प्रयास है। यह ऑफर उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो नई बाइक खरीदने की योजना बना रहे हैं।

इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान और नुकशान से बचे ?

इलेक्ट्रिक स्कूटर आजकल लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। इनकी वजह से पेट्रोल की बचत के साथ-साथ पर्यावरण को भी फायदा होता है। अगर आप भी इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यह बातें आपको सही स्कूटर चुनने में मदद करेंगी।

जरूरत समझें:

सबसे पहले अपनी जरुरत को समझें कि आप इलेक्ट्रिक स्कूटर को किस उद्देश्य से खरीद रहे हैं। अगर आप इसे रोजाना ऑफिस या कॉलेज जाने के लिए इस्तेमाल करने वाले हैं, तो आपको कम रेंज वाले स्कूटर की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आप लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए स्कूटर खरीद रहे हैं, तो आपको ज्यादा रेंज वाले स्कूटर का चुनाव करना चाहिए।

फीचर्स पर ध्यान दें:

इलेक्ट्रिक स्कूटर में कई तरह के फीचर्स मिलते हैं। जैसे कि स्पीड लॉकिंग सिस्टम, एप कनेक्टिविटी, साइड स्टैंड इंडीकेटर, ई-एबीएस, डिस्क ब्रेक्स, यूएसबी चार्जिंग पोर्ट आदि। ये फीचर्स आपकी सुरक्षा और आराम को बढ़ा सकते हैं। इसलिए स्कूटर खरीदते समय इन फीचर्स पर भी ध्यान दें।

रेंज और पिकअप चेक करें:

इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज भी एक महत्वपूर्ण बात है। यह रेंज 60 से 150 किलोमीटर तक हो सकती है। इसके अलावा पिकअप भी एक अहम बात है। इलेक्ट्रिक स्कूटर में आने वाली मोटर्स जल्दी टॉर्क पकड़ती हैं, जिससे व्हीकल जल्दी पिकअप पकड़ता है।

बैटरी और चार्जिंग पर ध्यान दें:

इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी और चार्जिंग भी एक महत्वपूर्ण बात है। बैटरी की क्षमता और चार्जिंग समय को ध्यान से देखें। आमतौर पर फास्ट चार्जिंग की मदद से बैटरी 80 फीसदी तक चार्ज होने में 30 से 40 मिनट का वक्त लगता है। जबकि आम चार्जिंग पर पांच घंटे लगते हैं। साथ ही बैटरी को पोर्ट किया जा सकता है या नहीं, इस बात का भी ध्यान रखें।

कीमत पर विचार करें:

इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमत सामान्य स्कूटर की तुलना में ज्यादा होती है। इसलिए बजट के अनुसार स्कूटर का चुनाव करें। एक से ज्यादा शोरूम पर जाकर भी बेहतरीन डील के साथ स्कूटर खरीदा जा सकता है।

निष्कर्ष:

इन बातों का ध्यान रखकर आप अपने लिए सही इलेक्ट्रिक स्कूटर चुन सकते हैं। यह स्कूटर आपकी जरूरतों को पूरा करेगा और आपको सालों तक सेवा देगा।

अतिरिक्त जानकारी:

  • इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय कंपनी की विश्वसनीयता पर भी ध्यान दें।
  • स्कूटर के रखरखाव की जानकारी भी ले लें।
  • स्कूटर की वारंटी की अवधि भी चेक करें।

कुछ टिप्स:

  • अगर आप पहली बार इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीद रहे हैं, तो किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लें।
  • स्कूटर खरीदने से पहले उसकी टेस्ट ड्राइव जरूर करें।
  • स्कूटर के बारे में ऑनलाइन और ऑफलाइन जानकारी भी प्राप्त करें।

VIVO में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला: ED के अधीन VIVO इंडिया के तीन प्रमुख अधिकारी! खतरनाक, जानिए पूरी कहानी, कंपनी ने कहा।

VIVO में मनी लॉन्ड्रिंग  का मामला: ED के अधीन VIVO इंडिया के तीन प्रमुख अधिकारी! खतरनाक, जानिए पूरी कहानी, कंपनी ने कहा।

विस्तार से पढ़ें कि कैसे ED ने कांपनी के पूर्व सीईओ, सीएफओ और सलाहकार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया

दिल्ल्ली: VIVO इंडिया को बड़ा झटका लगा है जब ईडी ने कंपनी के तीन शीर्ष अधिकारियों को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। VIVO के पूर्व सीईओ ज़ुक्वान उर्फ टेरी, मुख्य वित्तीय अधिकारी हरिंदर दहिया और सलाहकार हेमंत मुंजाल इस मामले में गिरफ्तार हुए हैं।

 

VIVO का उत्तर

VIVO ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम VIVO अधिकारियों की गिरफ्तारी के इस मामले में काफी चिंतित हैं। इस समय, हमने इस तरह की गिरफ्तारियों से बहुत बुरा सामना किया है। हम कानूनी रूप से इस अस्तित्वांतरित अवधि में गिरफ्तारियों को नियंत्रित कर रहे हैं।「

 

साथ ही, संस्था ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे सभी कानूनी प्रक्रियाओं का समर्थन करेंगे और इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे। यहाँ कानूनी टीमें प्रतिस्पर्धी रूप से इस मामले की जांच कर रही हैं ताकि VIVO की छवि को कोई नुकसान नहीं पहुँचे।

 

पूर्व गिरफ्तारियां

 

यह पहली गिरफ्तारी VIVO के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है, लेकिन इस मामले में पहले भी कुछ गिरफ्तारियां हुई थीं। उसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन गर्ग और राजन मलिक, LAVA इंटरनेशनल मोबाइल कंपनी के एमडी(MD) हरिओम राय और चीनी नागरिक गुआंगवेन उर्फ एंड्रयू कुआंग शामिल थे। ईडी ने इन सभी लोगों के खिलाफ दिल्ली की विशेष पीएमएलए अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

 

VIVO के दावे

VIVO ने कहा कि वे छह महीने की हिरासत में रहने के आरोपों पर कानूनी कदम उठाएंगे।

 

वीवो-इंडिया पर इस मामले में लगाए गए आरोपों के अनुसार, कंपनी ने भारत में कमाई करने के बाद 62 हजार करोड़ रुपये को अवैध रूप से चीन भेजा था। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य भारतीय कर प्रणाली से टैक्स बचाना था, जिससे देश को नुकसान हुआ था।

 

चरम संघर्ष के बारे में अधिक जानने के लिए इस समय हमारी वेबसाइट पर बने रहें। WWW.DHANVYAPAR.COM

 

VIVO X100 सीरीज की घोषणा

 

कारण यह है कि VIVO इंडिया जल्द ही देश में VIVO X100 सीरीज को लॉन्च करने वाला है, इसलिए वे विशेष रूप से मार्गदर्शक स्थान में हैं। इस तरह की अस्थिर परिस्थिति इस सीरीज के लॉन्च इवेंट पर बहुत फर्क डाल सकती है और कंपनी की छवि पर भी असर डाल सकती है।

 

VIVO इंडिया ने आरोपों के बावजूद अपने अधिकारों की रक्षा करते हुए दिखाया कि वे इस मामले को सीधे उठाने को तैयार हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि वे कानूनी प्रक्रियाओं का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं और इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। अब हमें देखना होगा कि यह मामला आगे बढ़ेगा और क्या नतीजे होंगे।