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अदाणी समूह की फ़्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ द्वारा अपने फ़ूड-एफ़एमसीजी डिवीज़न अदाणी विल्मर तथा अदाणी कमोडिटीज़ एलएलपी में अपने रणनीतिक निवेश को डीमर्ज (Demerge) किए जाने की घोषणा के बाद अदाणी विल्मर के शेयरों में शुक्रवार को सुबह के कारोबारी सत्र के दौरान 5 फ़ीसदी का उछाल दर्ज किया गया.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कंपनी का शेयर 4.82 फ़ीसदी चढ़कर ₹365.15 पर पहुंच गया, जबकि BSE में अदाणी विल्मर के शेयर 4.61 फ़ीसदी बढ़कर ₹364.25 पर पहुंच गए. वैसे, दिन के समय BSE सेंसेक्स बेंचमार्क 715.41 अंक या 0.87 प्रतिशत गिरकर 81,152.14 पर कारोबार कर रहा था, जबकि 50 शेयरों वाला NSE निफ्टी 218.15 अंक या 0.87 प्रतिशत फिसलकर 24,792.75 पर आ गया था.
अदाणी विल्मर के निदेशक मंडल ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस पहल का मकसद खाद्य उत्पाद कारोबार पर ध्यान देना और शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजित करना है.
अदाणी विल्मर, अदाणी समूह और सिंगापुर के विल्मर ग्रुप का संयुक्त उद्यम है. दोनों की इस कंपनी में 43.94-43.94 प्रतिशत की बराबर हिस्सेदारी है. शेष 12 प्रतिशत हिस्सेदारी लोगों के पास है.
अदाणी विल्मर खाद्य तेल और अन्य खाद्य उत्पादों की बिक्री फॉर्च्यून ब्रांड के तहत करती है. अदाणी विल्मर ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि निदेशक मंडल ने अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड और अदाणी विल्मर तथा उनके संबंधित शेयरधारकों तथा कर्जदाताओं के बीच योजना को मंजूरी दे दी है.
इस योजना में अदाणी विल्मर द्वारा अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ के इक्विटी शेयरधारकों को इक्विटी शेयर जारी करने का भी प्रस्ताव है. अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ के शेयरधारक (प्रवर्तक / प्रवर्तक समूह के शेयरधारकों सहित) सीधे अदाणी विल्मर में शेयर रखेंगे.
सूचना में कहा गया है कि इस पहल का मकसद खाद्य कारोबार पर ध्यान देना और शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजित करना है. कंपनी के बयान के मुताबिक, कारोबार को अलग करना अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड की ‘इनक्यूबेशन’ यानी नई कंपनी को आगे बढ़ाने की रणनीति के अनुरूप है. इस रणनीति में आत्मनिर्भर होना और उचित रूप से स्थापित होने के बाद व्यवसाय को अलग करना शामिल है. पहले AEL आत्मनिर्भर होने पर अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशन्स (पहले अदाणी ट्रांसमिशन) व्यवसायों को अलग कर चुकी है.
(इनपुट भाषा से भी)
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