DHAN-VYAPAR

म्यांमार भूकंप: मौत का आंकड़ा 1,000 के पार, 1,600 से अधिक घायल; पीएम मोदी ने दी मदद की पेशकश

म्यांमार में भयावह भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस आपदा में अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1,600 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस विनाशकारी भूकंप के बाद चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है, कई इमारतें जमींदोज़ हो गई हैं, और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। इस संकट के बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की सत्ता प्रमुख (जुंटा प्रमुख) को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।

भूकंप के झटकों से हिला म्यांमार

यह भूकंप रिक्टर स्केल पर 7.2 की तीव्रता का था और इसका केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में बताया जा रहा है। यह इलाका पहले भी भूकंप की चपेट में आ चुका है, लेकिन इस बार की तबाही कहीं अधिक भयावह रही।

झटके भारत और बांग्लादेश तक महसूस किए गए।
हजारों घरों, स्कूलों और सरकारी इमारतों को नुकसान।
बचाव कार्यों में बाधा बन रहा मलबा और बाढ़ का खतरा।

मदद के लिए आगे आया भारत

म्यांमार की सैन्य सरकार (जुंटा शासन) ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने तत्काल सहायता भेजने का फैसला किया है।

🇮🇳 भारत राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें भेजेगा।
🚁 राहत सामग्री, दवाएं और खाद्य आपूर्ति के लिए हेलीकॉप्टर और विमान तैनात किए जा रहे हैं।
🩺 भारतीय डॉक्टरों की विशेष मेडिकल टीम भी भेजी जाएगी।

क्या कहा पीएम मोदी ने?

पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा:

“भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ खड़ा है। हम म्यांमार को हरसंभव मदद देंगे और इस कठिन समय में उनके साथ हैं।”

स्थानीय लोगों की हालत बदतर

म्यांमार में हालात बेहद गंभीर हैं। लोग बेघर हो गए हैं, खाने-पीने की चीजों की भारी कमी हो गई है। सरकारी एजेंसियां राहत पहुंचाने में जुटी हैं, लेकिन भारी नुकसान और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से राहत कार्यों में देरी हो रही है।

🔴 अस्पतालों में घायलों की लंबी कतारें।
🔴 सड़कों पर दरारें, कई जगह पुल टूटे।
🔴 बिजली और इंटरनेट सेवाएं बाधित।

भविष्य में और खतरा?

भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि इस इलाके में अगले कुछ दिनों तक आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद के झटके) जारी रह सकते हैं। इससे और अधिक नुकसान की आशंका बनी हुई है।

भारत की भूमिका महत्वपूर्ण

भारत और म्यांमार के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं, और भारत हमेशा मानवीय संकट के समय सहायता के लिए आगे आता रहा है। इस बार भी भारतीय सेना और NDRF टीमें राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

📌 क्या यह भूकंप भविष्य में दक्षिण एशिया के लिए खतरे की घंटी है?
📌 क्या म्यांमार को इस संकट से उबरने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग मिलेगा?

👉 अधिक जानकारी और लाइव अपडेट्स के लिए पढ़ें:
म्यांमार भूकंप लाइव अपडेट
भारत की सहायता योजनाओं की जानकारी

कनेक्टर या ट्रैफिक जाम की वजह? क्यों विक्रोली ब्रिज बना मुंबईकरों के लिए परेशानी

मुंबई में यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा विक्रोली ईस्ट-वेस्ट कनेक्टर अब तक अधूरा पड़ा है और इसके लगातार विलंब से शहर के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस 615 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े पुल को 2020 तक खोलने की योजना थी, लेकिन कई तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनों के चलते अब यह 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।

विलंब के पीछे की वजहें

इस पुल की कुल लागत 88 करोड़ रुपये है और इसे पूर्वी एक्सप्रेस हाईवे (EEH) और एलबीएस रोड को बेहतर ढंग से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। लेकिन देरी के कई कारण रहे हैं:

🔹 भूमि अधिग्रहण की समस्या: कई क्षेत्रों में ज़मीन अधिग्रहण में देरी हुई, जिससे निर्माण कार्य प्रभावित हुआ।
🔹 मौसम संबंधी दिक्कतें: मुंबई में मानसून के दौरान निर्माण कार्य धीमा हो गया।
🔹 अनुमति संबंधी समस्याएं: कई विभागों से आवश्यक मंजूरियों में देरी हुई।

ट्रैफिक की समस्या और मुंबईकरों की नाराजगी

मुंबई पहले से ही भारी ट्रैफिक जाम से जूझ रहा है, और इस पुल के अधूरे होने के कारण विक्रोली और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक की समस्या और भी बढ़ गई है।

🚦 ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और एलबीएस रोड पर ट्रैफिक बढ़ा – रोजाना हजारों वाहन चालकों को जाम में फंसना पड़ता है।
🚗 ट्रैफिक डायवर्जन की वजह से वैकल्पिक सड़कों पर दबाव बढ़ा – जीबी रोड, जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड (JVLR) और पवई के रास्तों पर भी जाम लग रहा है।
😡 स्थानीय निवासियों की नाराजगी – विक्रोली, घाटकोपर और कुर्ला के लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है।

विकल्प और भविष्य की उम्मीदें

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) का दावा है कि मई 2025 तक यह पुल चालू हो जाएगा और इससे ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक कम होगी।

📌 यदि यह कनेक्टर समय पर पूरा होता है, तो यह:
यात्रा का समय 30-40% तक कम कर सकता है।
पूर्वी और पश्चिमी विक्रोली के बीच आसान आवागमन सुनिश्चित करेगा।
ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और एलबीएस रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम करेगा।

क्या यह पुल वाकई मुंबईकरों के लिए राहत लाएगा?

फिलहाल, मुंबईकरों को 2025 तक इंतजार करना होगा यह देखने के लिए कि यह ट्रैफिक की समस्या का समाधान बनेगा या फिर एक और फ्लॉप प्रोजेक्ट साबित होगा।

📢 आप इस देरी पर क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में बताएं! 🚦

मुंबई ट्रैफिक अपडेट्स पढ़ें
विक्रोली कनेक्टर की लेटेस्ट खबरें

क्रिप्टो बाजार में उछाल: बिटकॉइन $75,000 के करीब, ईथर और अन्य टोकन भी बढ़े

नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में एक बार फिर मजबूती देखी जा रही है। बिटकॉइन (Bitcoin) ने हाल ही में $75,000 के स्तर को छूने की कोशिश की, जिससे निवेशकों में उत्साह देखा गया। इसके साथ ही ईथर (Ethereum) और अन्य ऑल्टकॉइन्स (Altcoins) में भी भारी उछाल दर्ज की गई।

बिटकॉइन ने फिर बनाया नया रिकॉर्ड

मार्केट डेटा के अनुसार, बिटकॉइन की कीमत पिछले 24 घंटों में 4.5% की वृद्धि के साथ $74,800 तक पहुंच गई। विशेषज्ञों का मानना है कि संस्थागत निवेश और ETF (Exchange-Traded Fund) की मांग के चलते कीमतों में यह तेजी देखी जा रही है। अधिक जानकारी के लिए CoinMarketCap पर जाएं।

ईथर और ऑल्टकॉइन्स में भी बढ़त

ईथर (ETH) की कीमत में भी 3% की वृद्धि देखी गई, जिससे यह $4,000 के करीब पहुंच गया। वहीं, BNB, Solana (SOL) और XRP में भी 2-4% की बढ़त दर्ज की गई।

  • ईथर (ETH): $3,950 (+3%)
  • BNB: $600 (+2.5%)
  • Solana (SOL): $150 (+4%)
  • XRP: $0.75 (+3%)

बाजार में तेजी के पीछे के कारण

  1. ETF की बढ़ती लोकप्रियता: हाल ही में ब्लैकरॉक (BlackRock) और फिडेलिटी (Fidelity) जैसे संस्थानों ने क्रिप्टो ETF लॉन्च किए हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
  2. बिटकॉइन हॉल्विंग इफेक्ट: आगामी बिटकॉइन हॉल्विंग (Bitcoin Halving) की वजह से सप्लाई कम हो रही है, जिससे कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। Bitcoin Halving Countdown पर अधिक जानकारी प्राप्त करें।
  3. संस्थागत निवेश: कई बड़ी कंपनियां और निवेशक अब क्रिप्टो में पैसा लगा रहे हैं, जिससे बाजार में स्थिरता आ रही है।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा तेजी लंबे समय तक बनी रह सकती है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।

  • कम समय के निवेशकों को ट्रेंड पर नजर रखते हुए स्टॉप-लॉस का उपयोग करना चाहिए।
  • लंबी अवधि के निवेशक बिटकॉइन और ईथर जैसे प्रमुख टोकन्स में होल्ड कर सकते हैं।

अधिक अपडेट्स के लिए Crypto News पर जाएं।

क्रिप्टो बाजार में मौजूदा तेजी निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत है। हालांकि, उतार-चढ़ाव को देखते हुए सतर्कता बरतना जरूरी है। आने वाले महीनों में बिटकॉइन और अन्य डिजिटल संपत्तियों की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है।

(Disclaimer: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा हो सकता है। किसी भी निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।)

आरबीआई ने एटीएम निकासी शुल्क बढ़ाया, अब हर लेन-देन पर लगेगा ₹23 का शुल्क

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम से नकद निकासी पर लगने वाले शुल्क में वृद्धि की है। 1 मई 2025 से, बैंक अपने ग्राहकों से मुफ्त मासिक सीमा के बाद प्रत्येक अतिरिक्त एटीएम निकासी के लिए ₹23 का शुल्क वसूल सकेंगे। यह मौजूदा ₹21 प्रति लेन-देन की तुलना में ₹2 अधिक है।

मुफ्त लेन-देन की सीमा क्या है?

आरबीआई के नियमों के अनुसार, ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से प्रति माह 5 मुफ्त लेन-देन कर सकते हैं, जिसमें वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों प्रकार के लेन-देन शामिल होते हैं। इसके अलावा, अन्य बैंकों के एटीएम से मेट्रो शहरों में तीन मुफ्त निकासी और गैर-मेट्रो शहरों में पांच मुफ्त निकासी की अनुमति है।

आरबीआई के आधिकारिक नोटिफिकेशन के लिए यहां क्लिक करें

एटीएम शुल्क में वृद्धि क्यों की गई?

आरबीआई का कहना है कि यह बदलाव बैंकिंग परिचालन लागत और एटीएम रखरखाव खर्च को ध्यान में रखते हुए किया गया है। पिछले कुछ वर्षों में एटीएम मशीनों की संख्या और उनके रखरखाव की लागत में लगातार वृद्धि हुई है। इसके अलावा, सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने और नई तकनीक को अपनाने की लागत भी बढ़ी है।

बैंकों द्वारा जारी नए शुल्क नियमों की जानकारी यहां पढ़ें

ग्राहकों पर इसका क्या असर पड़ेगा?

  1. अतिरिक्त शुल्क का बोझ: यदि कोई ग्राहक मुफ्त सीमा से अधिक बार एटीएम से नकदी निकालता है, तो उसे हर बार ₹23 का शुल्क देना होगा।
  2. डिजिटल लेन-देन की ओर रुझान: अधिक शुल्क के चलते लोग यूपीआई, नेट बैंकिंग और डिजिटल वॉलेट जैसी सेवाओं को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
  3. बैंक शाखाओं में बढ़ती भीड़: कुछ ग्राहक एटीएम शुल्क से बचने के लिए बैंक शाखाओं से नकदी निकालने की ओर रुख कर सकते हैं।

डिजिटल पेमेंट विकल्पों के बारे में अधिक जानें

आरबीआई का यह फैसला ग्राहकों पर अतिरिक्त वित्तीय भार डाल सकता है, लेकिन इससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा और बैंकिंग सेवाओं की लागत को संतुलित करने में मदद मिलेगी। यदि आप अतिरिक्त शुल्क से बचना चाहते हैं, तो डिजिटल ट्रांजेक्शन का अधिक उपयोग करें और अपनी मुफ्त एटीएम निकासी सीमा पर नज़र रखें।

लेन-देन से जुड़े नवीनतम अपडेट के लिए यहां क्लिक करें

शिव नादर की बेटी बनीं टॉप 10 अमीर महिलाओं की सूची में शामिल होने वाली पहली भारतीय

नई दिल्ली: एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन रोशनी नादर मल्होत्रा ने इतिहास रच दिया है। वह हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 में टॉप 10 सबसे अमीर महिलाओं की सूची में शामिल होने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। उनकी अनुमानित कुल संपत्ति 3.5 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है, जिससे वह दुनिया की पांचवीं सबसे अमीर महिला बन गई हैं।

पिता शिव नादर से मिला 47% स्टेक

इस उपलब्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण उनके पिता और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के संस्थापक शिव नादर द्वारा उन्हें 47% हिस्सेदारी ट्रांसफर करना है। इस ट्रांसफर के बाद, वह वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (Vama Delhi) और एचसीएल कॉर्प की नियंत्रणकर्ता बन गई हैं, जो कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज की प्रमोटर कंपनियां हैं।

अब, रोशनी नादर मल्होत्रा ही 12 बिलियन डॉलर की इस टेक्नोलॉजी कंपनी के सभी रणनीतिक निर्णयों की देखरेख करेंगी।

एचसीएल में हिस्सेदारी का विवरण

इस हिस्सेदारी ट्रांसफर के बाद, रोशनी नादर मल्होत्रा के पास अब:

  • वामा दिल्ली की 44.17% हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 0.17% हिस्सेदारी के वोटिंग अधिकार हैं।
  • वामा दिल्ली की 12.94% हिस्सेदारी और एचसीएल कॉर्प की 49.94% हिस्सेदारी पर भी उनका पूरा नियंत्रण रहेगा।

पहले शिव नादर के पास थी प्रमुख हिस्सेदारी

इससे पहले, शिव नादर के पास वामा दिल्ली और एचसीएल कॉर्प में 51% हिस्सेदारी थी, जबकि रोशनी नादर मल्होत्रा के पास दोनों कंपनियों में केवल 10.33% हिस्सेदारी थी।

रोशनी नादर का करियर और एचसीएल की सफलता

रोशनी नादर मल्होत्रा को 2009 में एचसीएल टेक्नोलॉजीज में शामिल किया गया था और 2020 में उन्होंने चेयरपर्सन का पद संभाला। उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई ऊंचाइयां छुईं।

अन्य प्रमुख लिंक

  1. एचसीएल टेक्नोलॉजीज आधिकारिक वेबसाइट
  2. हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025
  3. रोशनी नादर की जीवनी और उपलब्धियां

यह भारतीय महिलाओं के लिए गर्व की बात है कि पहली बार किसी भारतीय महिला ने वैश्विक अमीरों की सूची में शीर्ष 10 में स्थान पाया है। यह उपलब्धि देश की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

ग्रोके 3 का उपयोग करके Ghibli-स्टाइल AI पोर्ट्रेट कैसे बनाएं – बिना ChatGPT सब्सक्रिप्शन के

Studio Ghibli-स्टाइल AI इमेज जनरेशन का ट्रेंड हाल ही में, OpenAI के ChatGPT ने अपने नए इमेज जनरेशन फीचर को पेश किया, जो Studio Ghibli-स्टाइल AI पोर्ट्रेट बनाने की क्षमता रखता है। यह फीचर इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गया है और उपयोगकर्ता अपनी तस्वीरों को जापानी ऐनिमे-स्टाइल में बदलकर साझा कर रहे हैं। हालाँकि, यह सुविधा फिलहाल केवल ChatGPT Plus सब्सक्राइबर्स ($20/माह) के लिए उपलब्ध है, जिससे फ्री यूजर्स इस ट्रेंड से बाहर रह जाते हैं।

अगर आप बिना भुगतान किए Ghibli-स्टाइल AI पोर्ट्रेट बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है! xAI के Grok 3 चैटबॉट का उपयोग करके यह संभव है। यह OpenAI के विकल्प के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और फ्री में इमेज जनरेशन की अनुमति देता है।

Grok 3 का उपयोग करके Ghibli-स्टाइल AI इमेज कैसे बनाएं?

  1. Grok 3 एक्सेस प्राप्त करें
    • Grok AI फिलहाल X (पहले Twitter) प्लेटफॉर्म के प्रीमियम यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
    • इसे उपयोग करने के लिए X प्लेटफॉर्म पर जाएं और सुनिश्चित करें कि आपका अकाउंट प्रीमियम वर्जन पर है।
  2. Grok 3 के साथ चैट शुरू करें
    • X प्लेटफॉर्म के AI सेक्शन में जाएं और Grok 3 चैटबॉट को ओपन करें।
    • आप सीधे इस लिंक के माध्यम से भी इसे एक्सेस कर सकते हैं।
  3. प्रॉम्प्ट तैयार करें
    • Grok 3 को सही निर्देश देने के लिए एक स्पष्ट प्रॉम्प्ट तैयार करें। उदाहरण:
      "Generate a Ghibli-style anime portrait of a young person with dreamy eyes and soft pastel colors. The background should be inspired by classic Japanese animation."
    • आप अपनी खुद की तस्वीर के आधार पर भी इसे संशोधित कर सकते हैं।
  4. इमेज जनरेट करें और डाउनलोड करें
    • एक बार जब AI आपकी तस्वीर तैयार कर ले, तो आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं और सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।
Grok 3 बनाम ChatGPT – कौन बेहतर है?
विशेषता ChatGPT (DALL·E 3) Grok 3
इमेज जनरेशन हाँ (सिर्फ सब्सक्राइबर्स के लिए) हाँ (फ्री में)
Studio Ghibli-स्टाइल हाँ हाँ
यूजर एक्सेसिबिलिटी भुगतान आवश्यक X प्रीमियम उपयोगकर्ता
AI क्षमता एडवांस्ड नए अपडेट के साथ बेहतर

निष्कर्ष

अगर आप Ghibli-स्टाइल AI पोर्ट्रेट बनाना चाहते हैं लेकिन ChatGPT Plus का भुगतान नहीं करना चाहते हैं, तो Grok 3 एक बेहतरीन विकल्प है। यह न केवल मुफ़्त है, बल्कि इसका उपयोग करना भी बेहद आसान है।

यदि आपको यह गाइड उपयोगी लगा, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें बताएं कि आपने अपनी AI इमेज जनरेशन का अनुभव कैसा पाया!

और अधिक जानकारी के लिए X प्लेटफॉर्म पर जाएं