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Gold Prices hits another record crosses 70 thousands mark very first time in history

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कीमती धातुओं के लिए यह सप्ताह ऐतिहासिक साबित हुआ. सप्ताह के दौरान दोनों प्रमुख कीमती धातुओं सोना और चांदी के भाव में शानदार तेजी दर्ज की गई. उसके दम पर सोना जहां सप्ताह के दौरान कम से कम 3 बार नया सर्वकालिक उच्च स्तर बनाने में कामयाब हुआ, वहीं चांदी 3 सालों के उच्च स्तर पर पहुंच गई.

सोने का नया माउंट एवरेस्ट

सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोने ने नया इतिहास बना दिया. सोने की कीमतें जीवन में पहली बार 70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार करने में कामयाब हुईं. शुक्रवार को सोना 70,699 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर तक पहुंचा. इससे पहले सोना ने सप्ताह के दौरान सोमवार और बुधवार को भी नया रिकॉर्ड हाई बनाया था.

इतनी महंगी हो गई चांदी

वहीं चांदी शुक्रवार को 81,030 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर तक पहुंची, जो पिछले 3 साल में चांदी का सबसे महंगा स्तर है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चांदी के भाव

घरेलू बाजार में दोनों कीमती धातुओं के मुख्य तौर पर वैश्विक तेजी से सपोर्ट मिल रहा है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 1.3 फीसदी चढ़कर 2,320.04 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. कारोबार के दौरान इसने 2,324.79 डॉलर के रिकॉर्ड हाई लेवल को छुआ. सप्ताह में सोने के भाव में 3.8 फीसदी की तेजी आई है. वहीं गोल्ड फ्यूचर 1.4 फीसदी की तेजी के साथ 2,339.70 डॉलर पर रहा. चांदी 1.4 फीसदी की तेजी के साथ 27.30 डॉलर प्रति औंस पर रही.

भू-राजनीतिक तनाव बढ़ा रहे डिमांड

अभी कीमती धातुओं की कीमतों में आ रही इस शानदार तेजी की कई वजहें हैं. दरअसल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के माहौल में सोना-चांदी आदि को निवेशक सुरक्षित निवेश मानकर ज्यादा खरीदने लगते हैं. अभी भू-राजनीतिक तनाव बढ़ा हुआ है. पश्चिम एशिया में महीनों पहले छिड़ी जंग का कोई समाधान मिल नहीं रहा है. वहीं पूर्वी यूरोप में सालों से जारी जंग भी खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं.

ब्याज दरें कम होने के संकेत से उत्साह

दूसरी ओर दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों के द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत से भी कीमती धातुओं को बल मिल रहा है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने इस साल ब्याज दरों में तीन बार कटौती करने का इशारा किया है. अगर फेड रिजर्व ब्याज दरें कम करेगा तो कई सेंट्रल बैंक उसके कदमों को फॉलो करते हुए ब्याज दरें कम करने की राह अपनाएंगे. इससे भी सोना और चांदी की डिमांड तेज हो रही है.

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