यह पहल योग्य छात्रों को मानार्थ कोचिंग प्रदान करती है। 2018-20 बैच के हिस्से के रूप में, काजल ने शुरुआत में एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और बाद में 11वीं और 12वीं कक्षा में अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए सुपर 100 कार्यक्रम में शामिल हो गईं।
हरियाणा की सरकारी स्कूल की बेटी ने उड़ाया Microsoft का झंडा, 31 लाख के पैकेज से रोशन किया नाम!
हरियाणा के सरकारी स्कूल की पढ़ाई और वहां के बच्चों की मेहनत पर अक्सर सवाल उठते हैं, लेकिन इन सबसे ऊपर निकलकर काजल ने एक मिसाल कायम की है. फतेहाबाद के तोहाना इलाके के इंदाछोई गांव की काजल ने Microsoft में 31 लाख रुपये के शुरुआती पैकेज के साथ शानदार प्लेसमेंट हासिल किया है. ये उपलब्धि इसलिए और खास है क्योंकि काजल का सफर एक सरकारी स्कूल से शुरू हुआ था.
2018 में हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई सुपर 100 पहल में काजल को चुना गया. ये ज़रूरतमंद स्टूडेंट्स को निःशुल्क कोचिंग प्रदान करती है. 2018-20 बैच के तौर पर, काजल ने शुरुआत में सरकारी स्कूल में दाखिला लिया और बाद में 11वीं और 12वीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण करने के लिए सुपर 100 कार्यक्रम में शामिल हो गईं. साथ ही, उन्होंने लगन से भारतीय प्रौद्योगिकी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (IIT JEE) की भी तैयारी की.
IIT JEE में सफलता के बाद, काजल ने कम्प्यूटर साइंस में IIT बॉम्बे में दाखिला लिया. चार सालों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता ने IIT बॉम्बे में उन्हें पहचान दी, जिसके चलते उन्हें Microsoft में 31 लाख रुपये के पैकेज के साथ एक प्रतिष्ठित प्लेसमेंट मिला. काजल ने अपने इस गौरवपूर्ण पल का श्रेय सरकारी स्कूल के अपने शिक्षकों को दिया है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने काजल को 20 मिनट के फोन कॉल में बधाई दी और सभी लड़कियों के लिए एक सराहनीय उदाहरण स्थापित करने के लिए उनकी प्रशंसा की. उन्होंने काजल के पिता को आश्वासन दिया कि सरकार इस असाधारण युवा महिला को सम्मानित करेगी, जो सरकारी स्कूलों के लचीलेपन और समर्पण का प्रतीक है.
काजल की कहानी उन तमाम बच्चों को प्रेरणा देती है जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं. ये साबित करती है कि कड़ी मेहनत और लगन से सरकारी स्कूलों से भी बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं.